-
सुमुख
Meanings: 54; in Dictionaries: 7
Type: WORD | Rank: 1.018302 | Lang: NA
-
ସୁମୁଖ
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.9669479 | Lang: NA
-
सुमुखः
Meanings: 12; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.7328826 | Lang: NA
-
সুমুখ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6011913 | Lang: NA
-
वराननः
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6011913 | Lang: NA
-
ਸੁਮੁਖ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.4157828 | Lang: NA
-
सुमूख
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.4157828 | Lang: NA
-
মুখমণ্ডল
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.3688256 | Lang: NA
-
خۄش شٔکیٖل
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.3688256 | Lang: NA
-
सुंदर मुखामळ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.3688256 | Lang: NA
-
સુમુખ
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.3563853 | Lang: NA
-
سُمُکھ
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.3360033 | Lang: NA
-
વરાનન
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.2151483 | Lang: NA
-
वरानन
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.02011197 | Lang: NA
-
भरतकवचम् - ॥ अथ श्रीमदानन्दरामायणांत...
रोज कवच स्तोत्राची पठण केल्याने जीवन सुरक्षित बनते.
Type: PAGE | Rank: 0.005027994 | Lang: NA
-
भरतकवचम् - अगस्तिरुवाच- अतः परं भरत...
देवी देवता कवच शारीरिक आणि मानसिक सुरक्षा देते, नकारात्मक शक्ती आणि संकटांपासून वाचवते.
Type: PAGE | Rank: 0.005027994 | Lang: NA
-
शत्रुघ्नकवचम् - ॥ श्रीमदानन्दरामायणे मनोह...
देवी देवता कवच शारीरिक आणि मानसिक सुरक्षा देते, नकारात्मक शक्ती आणि संकटांपासून वाचवते.
Type: PAGE | Rank: 0.004189995 | Lang: NA
-
विष्णुपर्व - एकादशोऽध्यायः
महर्षी व्यासांनी रचलेला हा महाभारताचा पुरवणी ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.004189995 | Lang: NA
-
अथैकोनसप्ततितमः पटलः - श्रीभुवनमङुल महास्तोत्र
शाकिणीसदाशिवस्तवनमङ्गलाष्टोत्तरसहस्त्रनामविन्यासः
Type: PAGE | Rank: 0.002932996 | Lang: NA
-
स्वर्गखण्डः - अध्यायः २२
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 0.002932996 | Lang: NA
-
काशीखण्डः - अध्याय ११
भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) ने कथन केल्यामुळे ह्या पुराणाचे नाव 'स्कन्दपुराण' आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.002513997 | Lang: NA
-
उत्तरखण्डः - अध्यायः १२८
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 0.001675998 | Lang: NA