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रसमञ्जरी - अध्याय ६
शालिनाथ कृत ‘रसमञ्जरी ’ ग्रंथात रसविद्या संबंधित वेगवेगळ्या क्रिया सविस्तर वर्णिल्या आहेत .
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रसमञ्जरी - अध्याय १
शालिनाथ कृत ‘रसमञ्जरी’ ग्रंथात रसविद्या संबंधित वेगवेगळ्या क्रिया सविस्तर वर्णिल्या आहेत.
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रसमञ्जरी - अध्याय १०
शालिनाथ कृत ‘रसमञ्जरी ’ ग्रंथात रसविद्या संबंधित वेगवेगळ्या क्रिया सविस्तर वर्णिल्या आहेत .
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रसमञ्जरी
‘रसमञ्जरी’ ग्रंथात रसविद्या संबंधित वेगवेगळ्या क्रिया सविस्तर वर्णिल्या आहेत.
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रसमञ्जरी - अध्याय ३
शालिनाथ कृत ‘रसमञ्जरी ’ ग्रंथात रसविद्या संबंधित वेगवेगळ्या क्रिया सविस्तर वर्णिल्या आहेत .
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रसमञ्जरी - अध्याय २
शालिनाथ कृत ‘रसमञ्जरी’ ग्रंथात रसविद्या संबंधित वेगवेगळ्या क्रिया सविस्तर वर्णिल्या आहेत.
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रसमञ्जरी - अध्याय ५
शालिनाथ कृत ‘रसमञ्जरी ’ ग्रंथात रसविद्या संबंधित वेगवेगळ्या क्रिया सविस्तर वर्णिल्या आहेत .
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रसमञ्जरी - अध्याय ९
शालिनाथ कृत ‘रसमञ्जरी ’ ग्रंथात रसविद्या संबंधित वेगवेगळ्या क्रिया सविस्तर वर्णिल्या आहेत .
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रसमञ्जरी - अध्याय ८
शालिनाथ कृत ‘रसमञ्जरी ’ ग्रंथात रसविद्या संबंधित वेगवेगळ्या क्रिया सविस्तर वर्णिल्या आहेत .
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रसमञ्जरी - अध्याय ४
शालिनाथ कृत ‘रसमञ्जरी ’ ग्रंथात रसविद्या संबंधित वेगवेगळ्या क्रिया सविस्तर वर्णिल्या आहेत .
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रसमञ्जरी - अध्याय ७
शालिनाथ कृत ‘रसमञ्जरी ’ ग्रंथात रसविद्या संबंधित वेगवेगळ्या क्रिया सविस्तर वर्णिल्या आहेत .
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रसमञ्जरी
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श्री राधाकृष्ण सहस्त्रनामस्तोत्रम्
हिंदू देवदेवतांची सहस्त्र नावे, स्तोत्र रूपात गुंफलेली आहेत. Sahastranaamastotra is a perticular stotra in which, the 1000 names of hindu Gods are introdused.
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श्री राधाकृष्ण सहस्रनाम स्तोत्रम् - सनत्कुमार उवाच - किं त्...
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे. स्तोत्रे स्तुतीपर असल्याने, त्यांना कोणतेही वैदिक नियम नाहीत. स्तोत्रांचे पठण केल्याने इच्छित फल प्राप्त होते.
In Hinduism, a Stotra is a hymn of praise, that praise aspects of Devi and Devtas. Stotras are invariably uttered aloud and consist of chanting verses conveying the glory and attributes of God.
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गौरगणोद्देशदीपिका
गौरगणोद्देशदीपिका
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गौरगोविन्दर्चनस्मरणपद्धति
गौरगोविन्दर्चनस्मरणपद्धति
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