विष्णुरुपा गायत्रीका ध्यान

प्रस्तुत पूजा प्रकरणात भिन्न भिन्न देवी-देवतांचे पूजन, योग्य निषिद्ध फूल यांचे शास्त्र शुद्ध विवेचन आहे.


विष्णुरुपा गायत्रीका ध्यान -
ॐ मध्याह्ने विष्णुरुपां च तार्क्ष्यस्थां पीतवाससाम्।
युवती च यजुर्वेदां सूर्यमण्डलसंस्थिताम्॥

सूर्यमण्डलमें स्थित युवावस्थावाली, पीला वस्त्र, शंख, चक्र, गदा तथा पद्म धारण कर गरुडपर बैठी हुई यजुर्वेदस्वरुपा गायत्रीका ध्यान करे।

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Last Updated : November 27, 2018

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