भजन - भगति बैन हैं सब लोग ...

हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्‌को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।


भगति बैन हैं सब लोग निखट्‌टू ।

आपसमें लड़िबे भिड़िबेकों, जैसे जंगी टट्‌टू ॥

नित उनकी मति भ्रमत रहत है, जैसे लोलुप लट्‌टू ।

नागरिया जगमें वे उछरत जिहि बिधि नटके बट्‌टू ॥

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Last Updated : December 22, 2007

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