विश्वकर्मप्रकाशः - सप्तमोऽध्यायः

विश्वकर्मप्रकाशः - सप्तमोऽध्यायः

देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है ।


  • सप्तमोऽध्यायः - श्लोक १ ते २०
    देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है ।
    Type: PAGE | Rank: 1 | Lang:
    Tags:
  • सप्तमोऽध्यायः - श्लोक २१ ते ४०
    देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है ।
    Type: PAGE | Rank: 1 | Lang:
    Tags:
  • सप्तमोऽध्यायः - श्लोक ४१ ते ६०
    देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है ।
    Type: PAGE | Rank: 1 | Lang:
    Tags:
  • सप्तमोऽध्यायः - श्लोक ६१ ते ८०
    देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है ।
    Type: PAGE | Rank: 1 | Lang:
    Tags:
  • सप्तमोऽध्यायः - श्लोक ८१ ते १००
    देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है ।
    Type: PAGE | Rank: 1 | Lang:
    Tags:
  • सप्तमोऽध्यायः - श्लोक १०१ ते ११३
    देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है ।
    Type: PAGE | Rank: 1 | Lang:
    Tags:
Folder  Page  Word/Phrase  Person

References : N/A
Last Updated : January 20, 2012

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP