-
कामाक्षा माँ - आरती कामाक्षा देवी की । ...
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - द्वितीय पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - तृतीय पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - चतुर्थ पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - पञ्चम पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - षष्ठ पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - सप्तम पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - अष्टम पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - नवम पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - दशम पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - एकादश पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - द्वादश पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - त्रयोदश पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - चतुर्दश पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - पञ्चदश पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - षोडश पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - सप्तदश पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - अष्टादश पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - उन्नीसवाँ पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - बीसवाँ पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - इक्कीसवाँ पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - बाइसवाँ पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - तेइसवाँ पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - चौबीसवाँ पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - पच्चीसवाँ पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - छब्बीसवाँ पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
छब्बीसवाँ पटल - वीरध्येयरूप
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तर तंत्र - सत्ताइसवाँ पटल
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
तंत्र शास्त्र
तन्त्र शास्त्र में अनेकों शक्तियों की उपासना और साधना का रहस्य बतलाया गया है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - महाकाली
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - काली पूजा
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - बलिदान
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - काली मंत्र एवं ध्यान
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - गुप्त काली मंत्र
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - साधना विधि
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - अर्घ्य स्थापन
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - पूजन यंत्र
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - भैरव पूजन
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - कालविनाशिनी काली
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - काली के रूप
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - भद्रकाली के फलदायी मंत्र
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - महाकाली के ऐश्वर्यदायी मंत्र
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - आवरण पूजा
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - भैरव-पूजन
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - भैरवी-पूजन
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - श्मशानकाली साधना
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - अन्य मंत्र
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - दक्षिणकालिका कवचम्
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - काली कीलकम्
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - श्री जगन्मंगल कवचम्
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - कालीक्रम स्तवम्
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - अथ अर्गलम्
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - काली स्तवः
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - महाकौतूहल दक्षिणकाली ह्रदय स्तोत्रम्
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - कालीकर्पूर स्तोत्रम्
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - कालिका हृदय स्तोत्रम्
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - कालिका सहस्त्रनाम स्तोत्रम्
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - काली सहस्त्राक्षरी
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - काली बीज सहस्त्राक्षरी
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - काली अष्टोत्तरशतनाम स्तोत्रम्
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - काली के १०८ नाम
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - काली शतनाम स्तोत्रम्
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - काली क्षमापराध स्तोत्रम्
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - ककारादि काली शतनाम स्तोत्रम्
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - गुरु-पूजा विधि
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - महाकाली मंत्र वर्णन
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - मनोपूरक रहस्य
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - पुरश्चरण विधि
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - आदि-अंत का रहस्य
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कालीतंत्र - मातृका ध्यान विधि
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या तंत्र
तन्त्र शास्त्र में अनेकों शक्तियों की उपासना और साधना का रहस्य बतलाया गया है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या देवी सिद्धि विधान
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या सिद्धी - आसन शुद्धि
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या सिद्धी - न्यास विधि
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या सिद्धी - प्राणायाम विधि
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या सिद्धी - पीठ शक्ति न्यास
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या सिद्धी - पृथ्वी, गौरी, गणेश पूजन विधि
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या सिद्धी - कलश स्थापन
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या सिद्धी - दीप अर्पण
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या सिद्धी - नवग्रह स्थापन
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या सिद्धी - चौंसठ योगिनी पूजन
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या सिद्धी - स्थलमातृका पूजन
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या सिद्धी - कामाख्या पूजन
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या सिद्धी - प्राण प्रतिष्ठा
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या सिद्धी - जप नियम
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या सिद्धी - दिग्बन्धन
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या सिद्धी - हवन विधि
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या सिद्धी - कामाख्या ध्यान
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या सिद्धी - कामाख्या स्तोत्र
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या सिद्धी - कामाख्या कवच
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या सिद्धी - कामाख्या चालीसा
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या सिद्धी - कामाक्षायाष्टक
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या सिद्धी - देवी विसर्जन
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या सिद्धी - प्राधानिक रहस्य
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या दर्शन - सिद्ध मंत्र
कामाख्या देवी का दूसरा नाम हर गौरी मूर्ती या भोग मूर्ती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या दर्शन - लक्ष्मी सरस्वती
कामाख्या देवी का दूसरा नाम हर गौरी मूर्ती या भोग मूर्ती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या दर्शन - कम्बलेश्वर
कामाख्या देवी का दूसरा नाम हर गौरी मूर्ती या भोग मूर्ती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या दर्शन - देवी पूजा पटल
कामाख्या देवी का दूसरा नाम हर गौरी मूर्ती या भोग मूर्ती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या दर्शन - कुमारी पूजन
कामाख्या देवी का दूसरा नाम हर गौरी मूर्ती या भोग मूर्ती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या दर्शन - विशेष पूजनाध्याय
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या दर्शन - तिथि नैवैद्य
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या दर्शन - मास विधि
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
कामाख्या दर्शन - आचार्य पूजन
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
रूद्रयामल
कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है, जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
रूद्रयामल - संक्षिप्त विवरण
कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
संक्षिप्त विवरण - योग
कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
संक्षिप्त विवरण - आगमशास्त्र
कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
संक्षिप्त विवरण - चौसठ तन्त्र
कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
संक्षिप्त विवरण - तान्त्रिक-संस्कृति का विहंगावलोकन
कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
संक्षिप्त विवरण - वैदिक एवं तान्त्रिक साधना
कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
संक्षिप्त विवरण - तन्त्र प्रवर्तक ऋषि
कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
संक्षिप्त विवरण - तान्त्रिक सम्प्रदायों का मार्मिक साम्य
कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
संक्षिप्त विवरण - बृहत्तर भारत में तान्त्रिक सम्प्रदाय
कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
संक्षिप्त विवरण - योग और आत्मसाक्षात्कार
कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
संक्षिप्त विवरण - उन्मेष एवं निमेषावस्था
कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
संक्षिप्त विवरण - प्राणायाम की प्रक्रिया
कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
संक्षिप्त विवरण - बन्ध एवं मुद्राएँ
कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
संक्षिप्त विवरण - रुद्रयामलगत स्वरयोग
कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
संक्षिप्त विवरण - स्वर-विज्ञान
कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
संक्षिप्त विवरण - बिना औषध के रोगनिवारण
कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
संक्षिप्त विवरण - हठयोग के षट्कर्म
कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
संक्षिप्त विवरण - शरीर शोधन
कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
संक्षिप्त विवरण - स्वरयोग से रोग निवारण
कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
संक्षिप्त विवरण - कुण्डलिनीयोग
कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
संक्षिप्त विवरण - नाडीचक्र का रहस्य
कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
उड्डीश तंत्र - प्रारंभिकावस्था
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
प्रारंभिकावस्था - आरंभ
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
प्रारंभिकावस्था - साधक गुण
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
प्रारंभिकावस्था - गुरु शिष्य संबंध
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
प्रारंभिकावस्था - मंत्र विद्या
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
प्रारंभिकावस्था - आवश्यक बाते
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
प्रारंभिकावस्था - पूजन
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
प्रारंभिकावस्था - योग्य बातें
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
प्रारंभिकावस्था - जप
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
उड्डीश तंत्र
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया, उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उड्डीश तंत्र - नित्यकर्म
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
नित्यकर्म - कर्म १
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
नित्यकर्म - कर्म २
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
नित्यकर्म - कर्म ३
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
नित्यकर्म - कर्म ४
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
उड्डीश तंत्र - शिव तंत्र
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
शिव तंत्र - शिवा और तंत्र
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
शिव तंत्र - रावण शिव संवाद
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
शिव तंत्र - अध्यायों का वर्णन
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
उड्डीश तंत्र - यक्षिणी साधना
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
यक्षिणी साधना - यक्षिणी साधना
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
यक्षिणी साधना - मन्त्र प्रयोग १
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
यक्षिणी साधना - मन्त्र प्रयोग २
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
यक्षिणी साधना - भूतिनी यक्षिणी साधन
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
यक्षिणी साधना - यक्षिणियों के नाम एवं मंत्र
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
यक्षिणी साधना - वनस्पति यक्षिणियां
भगवान शिव ने लंकापती रावण को जो तंत्रज्ञान दिया , उसमेंसे ये साधनाएं शीघ्र सिद्धि प्रदान करने वाली है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - प्रथमः पटलः
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - द्वितीयः पटलः
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - तृतीयः पटलः
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - चतुर्थः पटलः
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - पञ्चमः पटलः
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - षष्ठः पटलः
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - सप्तमः पटलः
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - अष्टमः पटलः
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - नवमः पटलः
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - दशमः पटलः १
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - दशमः पटलः २
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - दशमः पटलः ३
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - दशमः पटलः ४
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - दशमः पटलः ५
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - दशमः पटलः ६
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - दशमः पटलः ७
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - दशमः पटलः ८
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - दशमः पटलः ९
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - दशमः पटलः १०
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - दशमः पटलः ११
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - दशमः पटलः १२
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - दशमः पटलः १३
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - एकादशः पटलः
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - द्वादशः पटलः
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - त्रयोदशः पटलः
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - चतुर्दशः पटलः
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - पञ्चदशः पटलः
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
तंत्र शास्त्रः
तन्त्र शास्त्र में अनेकों शक्तियों की उपासना और साधना का रहस्य बतलाया गया है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: sa
-
कामाख्या तन्त्र
तन्त्र शास्त्र में अनेकों शक्तियों की उपासना और साधना का रहस्य बतलाया गया है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: sa
-
कामाख्या स्तुतिः
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: sa
-
कामाख्या स्तुतिः - प्रथमः पटलः
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
कामाख्या स्तुतिः - द्वितीयः पटलः
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
कामाख्या स्तुतिः - तृतीयः पटलः
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
कामाख्या स्तुतिः - चतुर्थः पटलः
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
कामाख्या स्तुतिः - पंञ्चमः पटलः
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
कामाख्या स्तुतिः - षष्ठम् पटलः
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
कामाख्या स्तुतिः - सप्तमः पटलः
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
कामाख्या स्तुतिः - अष्टमः पटलः
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
कामाख्या स्तुतिः - उपसंहार
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
कामाख्या स्तुतिः - श्रीगुरोर्लक्षणम्
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
कामाख्या स्तुतिः - नवमः पटलः
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
कामाख्या स्तुतिः - दशमः पटलः
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
कामाख्या स्तुतिः - एकादशः पटलः
कामरूप कामाख्या में जो देवी का सिद्ध पीठ है वह इसी सृष्टीकर्ती त्रिपुरसुंदरी का है ।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.श्री नीलकंठ महादेव जोशीसर्व साधकाचार्य
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - प्रारंभ
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - रश्मिमालामन्त्राः
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - मूलाधारे ॥
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - अथ प्रातः स्मरणम् ।
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - तत: प्रार्थना
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - अथ मंत्रस्नानविधिः
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - तान्त्रिकी सन्ध्या
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - अथ जपप्रकरणम्
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - ततो विघ्नहरमन्त्रान् जपेत् विघ्नहरमन्त्राः ।
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - षोडशाक्षरीमन्त्रजपः
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - भूतशुद्धिः
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - प्रत्यूहोत्सारणम्
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - मातृकान्यासः ।
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - मूलविद्यावर्णन्यास
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - सामान्यर्ध्यविधीः
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - अथ विशेषार्ध्यविधिः
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - अन्तर्यागः
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - अथ नैवेद्यम्
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - षडङ्गार्चनम्
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - नित्यादेवीयजनम्
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - गुरुमण्डलार्चनम्
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - प्रथमावरणम्
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - द्वितीयावरणम्
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - तृतीयावरणम्
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - चतुर्थावरणम्
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - पञ्चमावरणम्
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - षष्ठावरणम्
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - सप्तमावरणम्
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - अष्टमावरणम्
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - नवमावरणम्
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - अथ पञ्चकोशाः
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - अथ पञ्चकामदुघा :
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - अथ चतुःसमयमंत्राः
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - मन्त्रपुष्पम्
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - प्रदक्षिणाः
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - अथ मूलदेवता स्तुतिः
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - तत्त्वशोधनम्
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - देवतोद्वासनम्
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - शान्तिस्तवः
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - विशेषार्ध्यविसर्जनम्
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - अथ लधुपुजा
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - न्यासः
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - सामान्यार्ध्यविधिः
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - पञ्चमुद्राप्रदर्शनम् :
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - गुरुपङ्क्तिपूजा
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
ललितार्चन चंद्रिका - प्राणादिपञ्चमुद्राः
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
॥ ललिता सहस्र नामावलि ॥
'ललितार्चन चंद्रिका' अर्थात् 'लधुचंद्रिका पद्धति' या प्रसिद्ध रचना सुंदराचार्य अर्थात् सच्चिदानंदनाथ यांच्या आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
उत्तरतंत्रम् - पञ्चशीतितमः पटलः
आनंदभैरव आणि आनंदभैरवी यांच्यातील संवाद म्हणजेच रूद्रयामल, यात कुण्डलिनीला महाशक्ति मानले आहे. हा तंत्रशास्त्रातील अद्भूत ग्रंथ आहे.
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम्
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - विषयानुक्रमणिका
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - प्रथमः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - द्वितीयः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - तृतीयः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - चतुर्थः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - पञ्चमः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - षष्ठः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - सप्तमः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - अष्टमः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - नवमः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - दशमः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - एकादशः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - द्वादशः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - त्रयोदशः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - चतुर्दशः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - पञ्चदशः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - षोडशः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - सप्तदशः पटल ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - अष्टादशं पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - एकोनविंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - विंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - एकविंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - द्वाविंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - त्रयोविंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - चतुर्विंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - पञ्चविंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - षड्विंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - सप्तविंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - अष्टाविंशतिः पटलः ।
तंत्र
शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या
मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra
shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and
religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have
practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - एकोनत्रिंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - त्रिंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - एकत्रिंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - द्वात्रिंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - त्रयस्त्रिंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - चतुस्त्रिंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - पंचत्रिंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - षट्त्रिंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - सप्तत्रिंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - अष्टात्रिंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - एकोनचत्वारिंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - चत्वारिंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - एकचत्वारिंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - द्वाचत्वारिंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - त्रयश्चत्वारिंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - चतुश्चत्वारिंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - पञ्चचत्वारिशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - षट्चत्वारिंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - सप्तचत्वारिंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - अष्टचत्वारिंशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - एकोनपञ्चाशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - पञ्चाशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - एकपञ्चाशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - द्विपञ्चाशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - त्रयःपञ्चाशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - चतुःपञ्चाशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - पञ्चपञ्चाशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - षट्पञ्चाशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - सप्तपंचाशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - अष्टपंचाशतिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - एकोनषष्टिः पटलः ॥
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - षष्टिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - एकषष्टिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - द्विषष्टिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - त्रयःषष्टिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - चतुःषष्टिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - पञ्चषष्टिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - षट्षष्टिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - सप्तषष्टिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - अष्टषष्टिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - एकोनसप्ततिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - सप्ततिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
श्रीशक्तिसङ्ग्मतन्त्रम् - एकसप्ततिः पटलः ।
तंत्र शास्त्र भारताची एक प्राचीन विद्या आहे. तंत्र ग्रंथ भगवान शिवाच्या मुखातून प्रकट झाले आहेत. त्यांना पवित्र आणि प्रामाणिक मानले आहेत.Tantra shastra is a secret and most powerful science of the Indian culture and religion. It is a most powerful science which Indian Rushis have practised for centuries and still it is in practise.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
उड्डामरेश्वरतन्त्र
‘उड्डामरेश्वरतन्त्र ’ हे तंत्रशास्त्रातील अत्यंत दुर्मिल आणि गुप्त तंत्र आहे, साधक याचा उपयोग अतिशय निर्वाणीच्या क्षणी करतात.
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: sa
-
उड्डामरेश्वरतन्त्र - प्रथमः पटलः
‘उड्डामरेश्वरतन्त्र ’ हे तंत्रशास्त्रातील अत्यंत दुर्मिल आणि गुप्त तंत्र आहे, साधक याचा उपयोग अतिशय निर्वाणीच्या क्षणी करतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
उड्डामरेश्वरतन्त्र - द्वितीयः पटलः
‘उड्डामरेश्वरतन्त्र ’ हे तंत्रशास्त्रातील अत्यंत दुर्मिल आणि गुप्त तंत्र आहे, साधक याचा उपयोग अतिशय निर्वाणीच्या क्षणी करतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
उड्डामरेश्वरतन्त्र - तृतीयः पटलः
‘उड्डामरेश्वरतन्त्र ’ हे तंत्रशास्त्रातील अत्यंत दुर्मिल आणि गुप्त तंत्र आहे, साधक याचा उपयोग अतिशय निर्वाणीच्या क्षणी करतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
उड्डामरेश्वरतन्त्र - चतुर्थः पटलः
‘उड्डामरेश्वरतन्त्र ’ हे तंत्रशास्त्रातील अत्यंत दुर्मिल आणि गुप्त तंत्र आहे, साधक याचा उपयोग अतिशय निर्वाणीच्या क्षणी करतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
उड्डामरेश्वरतन्त्र - पञ्चमः पटलः
‘उड्डामरेश्वरतन्त्र ’ हे तंत्रशास्त्रातील अत्यंत दुर्मिल आणि गुप्त तंत्र आहे, साधक याचा उपयोग अतिशय निर्वाणीच्या क्षणी करतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
उड्डामरेश्वरतन्त्र - षष्ठः पटलः
‘उड्डामरेश्वरतन्त्र ’ हे तंत्रशास्त्रातील अत्यंत दुर्मिल आणि गुप्त तंत्र आहे, साधक याचा उपयोग अतिशय निर्वाणीच्या क्षणी करतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
उड्डामरेश्वरतन्त्र - सप्तमः पटलः
‘उड्डामरेश्वरतन्त्र ’ हे तंत्रशास्त्रातील अत्यंत दुर्मिल आणि गुप्त तंत्र आहे, साधक याचा उपयोग अतिशय निर्वाणीच्या क्षणी करतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
उड्डामरेश्वरतन्त्र - अष्टमः पटलः
‘उड्डामरेश्वरतन्त्र ’ हे तंत्रशास्त्रातील अत्यंत दुर्मिल आणि गुप्त तंत्र आहे, साधक याचा उपयोग अतिशय निर्वाणीच्या क्षणी करतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
उड्डामरेश्वरतन्त्र - नवमः पटलः
‘उड्डामरेश्वरतन्त्र ’ हे तंत्रशास्त्रातील अत्यंत दुर्मिल आणि गुप्त तंत्र आहे, साधक याचा उपयोग अतिशय निर्वाणीच्या क्षणी करतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
उड्डामरेश्वरतन्त्र - ढशमः पटलः
‘उड्डामरेश्वरतन्त्र ’ हे तंत्रशास्त्रातील अत्यंत दुर्मिल आणि गुप्त तंत्र आहे, साधक याचा उपयोग अतिशय निर्वाणीच्या क्षणी करतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
उड्डामरेश्वरतन्त्र - एकादशः पटलः
‘उड्डामरेश्वरतन्त्र ’ हे तंत्रशास्त्रातील अत्यंत दुर्मिल आणि गुप्त तंत्र आहे, साधक याचा उपयोग अतिशय निर्वाणीच्या क्षणी करतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
उड्डामरेश्वरतन्त्र - द्वादशः पटलः
‘उड्डामरेश्वरतन्त्र ’ हे तंत्रशास्त्रातील अत्यंत दुर्मिल आणि गुप्त तंत्र आहे, साधक याचा उपयोग अतिशय निर्वाणीच्या क्षणी करतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
उड्डामरेश्वरतन्त्र - त्रयोदशः पटलः
‘उड्डामरेश्वरतन्त्र ’ हे तंत्रशास्त्रातील अत्यंत दुर्मिल आणि गुप्त तंत्र आहे, साधक याचा उपयोग अतिशय निर्वाणीच्या क्षणी करतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
उड्डामरेश्वरतन्त्र - चतुर्दशः पटलः
‘उड्डामरेश्वरतन्त्र ’ हे तंत्रशास्त्रातील अत्यंत दुर्मिल आणि गुप्त तंत्र आहे, साधक याचा उपयोग अतिशय निर्वाणीच्या क्षणी करतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
उड्डामरेश्वरतन्त्र - पञ्चदशः पटलः
‘उड्डामरेश्वरतन्त्र ’ हे तंत्रशास्त्रातील अत्यंत दुर्मिल आणि गुप्त तंत्र आहे, साधक याचा उपयोग अतिशय निर्वाणीच्या क्षणी करतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
योगिनीहृदयम्
योगिनीहृदय हा एक सुप्रसिद्ध ग्रंथ आहे. योगिनीहृदय हे वामकेश्वर तंत्र असून ते नित्याहृदय ह्या नावाने प्रसिद्ध आहे.
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: sa
-
योगिनीहृदयम् - प्रथमः पटलः
योगिनीहृदय हा एक सुप्रसिद्ध ग्रंथ आहे. योगिनीहृदय हे वामकेश्वर तंत्र असून ते नित्याहृदय ह्या नावाने प्रसिद्ध आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
योगिनीहृदयम् - द्वितीयः पटलः
योगिनीहृदय हा एक सुप्रसिद्ध ग्रंथ आहे. योगिनीहृदय हे वामकेश्वर तंत्र असून ते नित्याहृदय ह्या नावाने प्रसिद्ध आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
योगिनीहृदयम् - तृतीयः पटलः
योगिनीहृदय हा एक सुप्रसिद्ध ग्रंथ आहे. योगिनीहृदय हे वामकेश्वर तंत्र असून ते नित्याहृदय ह्या नावाने प्रसिद्ध आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
दश महाविद्या शाबर मन्त्र
दश महाविद्या शाबर मन्त्र म्हणजे तंत्र शात्रातील प्रभावी मंत्र.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa